बुर्ज खलीफा का असली मालिक कौन है. बुर्ज खलीफा का मालिक एमार प्रॉपर्टीज है, जो एक दुबई स्थित रियल एस्टेट कंपनी है। इस्के चेयरमैन मोहम्मद अलब्बर हैं. बुर्ज खलीफा का निर्माण 2004 में शुरू हुआ और 2010 में पूरा हुआ। हां 828 मीटर (2,717 फीट) लंबी बिल्डिंग है और दुनिया की सबसे लंबी बिल्डिंग है।
एम्मार प्रॉपर्टीज दुबई की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी है। याह दुबई मॉल, दुबई मरीना और एमिरेट्स टावर्स जैसी कोई प्रसिद्ध परियोजनाएं विकसित करता है।
बुर्ज खलीफा बनाने में कितने मजदूरों की मौत हुई?
बुर्ज खलीफा बनने में कितने मजदूरों की मौत हुई थी, क्या इसके बारे में कोई आधिकारिक डेटा उपलब्ध नहीं है। लेकिन काई मीडिया रिपोर्ट्स में ये अनुमान लगाया गया है कि इस प्रोजेक्ट में 100 से 200 मजदूरों की मौत हुई है। मौतों की वजहें कैसी थीं, जैसे कि निर्माण दुर्घटनाएं, स्वास्थ्य समस्याएं और प्राकृतिक कारण।
2013 में, एमनेस्टी इंटरनेशनल ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें उन्हें बुर्ज खलीफा के निर्माण के दौरान मजदूरों के अधिकारों की वजह से होने वाली मौतों पर प्रकाश डाला गया था। एमनेस्टी इंटरनेशनल की रिपोर्ट में कहा गया था कि निर्माण कंपनियों में मजदूरों को उचित सुरक्षा उपकरण नहीं दिए जा रहे थे, और वे ओवरवर्क कर रही थीं।
बुर्ज खलीफा के निर्माण के दौरन मजदूरों के अधिकारों के बारे में कई विरोध प्रदर्शन भी हुए। 2007 में, मजदूरों ने निर्माण स्थल पर हड़ताल की थी, और अपने अधिकारों की मांग की थी।
बुर्ज खलीफा के कितने कमरे हैं?
बुर्ज खलीफा में 900 अपार्टमेंट, 37 ऑफिस फ्लोर, 163 फ्लोर हैं। इनमें से 144 अपार्टमेंट अरमानी होटल के हैं। तो, बुर्ज खलीफा में कमरे की कुल संख्या 1044 है।
और अगर आप सिर्फ आवासीय अपार्टमेंट की बात कर रहे हैं, तो बुर्ज खलीफा में 900 आवासीय अपार्टमेंट हैं।
बुर्ज खलीफा कब तक चलेगा?
बुर्ज खलीफा एक बहुत ही मजबूत इमारत है। इसका निर्माण बहुत उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री और इंजीनियरिंग का उपयोग करके किया गया है। बुर्ज खलीफा को ऐसा डिज़ाइन किया गया है कि यह काई सरों तक चल सके।
एम्मार प्रॉपर्टीज का कहना है कि बुर्ज खलीफा अभी भी 100 साल तक चल सकता है। लेकिन यह बिल्डिंग का रखरखाव पर भी निर्भर करता है। अगर बुर्ज खलीफा का रखरखाव ठीक से किया जाता है, तो यह बिल्डिंग अभी भी शुरू हो सकती है।
और अगर टेक्नोलॉजी में और विकास होता है, तो बुर्ज खलीफा को और भी बेहतर बनाया जा सकता है। इस तरह से बुर्ज खलीफा अभी भी सरों तक चल सकता है।
दुबई का मालिक कौन है?
दुबई का मालिक एक औपचारिक समझ में कोई नहीं है। दुबई एक संघीय राज्य है, और इसके 7 अमीरात हैं। 7 अमीरात में से हर एक अमीरात का अपना अलग शासक होता है। दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम हैं। शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम यूएई के उपराष्ट्रपति और प्रधान मंत्री भी हैं।
लेकिन अगर आप ये पूछें कि दुबई की प्रॉपर्टी का मालिक कौन है, तो इसका जवाब एमार प्रॉपर्टीज है। एम्मार प्रॉपर्टीज एक दुबई स्थित रियल एस्टेट कंपनी है, और इसकी प्रॉपर्टी दुबई में बहुत है। एम्मार प्रॉपर्टीज बुर्ज खलीफा का भी मालिक है।
अगर आप ये पूछें कि दुबई की अर्थव्यवस्था का मालिक कौन है, तो इसका जवाब यूएई सरकार है। यूएई सरकार दुबई की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करती है। यूएई सरकार दुबई में बहुत सारी कंपनियों में निवेश करती है।
दुबई पहले क्या था?
दुबई पहले एक छोटा सा मछली पकड़ने वाला गाँव था। याह गांव अरब की खाड़ी के तट पर था। दुबई में एक प्राकृतिक बंदरगाह था, जो मछली पकड़ने के लिए बहुत अच्छा था। इसलिए, दुबई में बहुत सारे मछुआरे रहते थे।
1833 में, अल मकतूम जनजाति ने दुबई को बसाया। अल मकतूम जनजाति दुबई के वर्तमान शासक हैं। अल मकतूम जनजाति ने दुबई को एक ट्रेड सेंटर बनाने की कोशिश की। दुबई में बहुत सारे सामान आते थे और जाते थे।
1971 में, दुबई संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) का सदस्य बन गया। यूएई की आजादी के बाद, दुबई ने एक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनाई। दुबई ने पर्यटन, रियल एस्टेट और फाइनेंस में निवेश की।
आज दुबई एक ग्लोबल सिटी है. हाँ एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। दुबई में बहुत सारी ऊंची-ऊंची इमारतें हैं। दुबई में बहुत सारे शॉपिंग मॉल, थीम पार्क और अन्य आकर्षण हैं।
तो, दुबई पहले एक छोटा सा मछली पकड़ने वाला गाँव था। लेकिन अल मकतूम जनजाति के प्रयासों की वजह से, दुबई एक वैश्विक शहर बन गया।